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राशिफल 2012-2013
राशिफल 2012-2013
- 1. मेष- मेषराशि वालों के लिए यह वर्ष शुभदायक रहेगा। शुभ कार्यों में धन व्यय होगा। विरोधी शान्त होंगे। माता-पिता को शरीरिक पीड़ा प्राप्त होगी। व्यापार में सफलता प्राप्त होगी। सन्तति की उन्नति होगी। बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलेगी। किसी नये व्यापार का प्रारम्भ होगा। चोट-चपेट की संभावना भी रहेगी। 1,4,8 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 2. वृष-वृषराशि वालों के लिए यह वर्ष सामान्य शुभदायक रहेगा। भाइयों को पीड़ा होगी। पठन पाठन में अवरोध उत्पन्न होगा। उदर मे विकार हो सकता है। माँगलिक कार्य होंगे। व्यापार तथा कृषि से लाभ होगा। प्रवासी जीवन व्यतीत होगा। न्यायालय में सफलता मिलेगी। व्यापारिक यात्रायें होंगी। 1, 5, 9 मास कष्टदायक होंगे।
- 3. मिथुन-मिथुनराशि वालों के लिए यह वर्ष आर्थिक कष्ट तथा शारीरिक पीड़ा देने वाला रहेगा। शनि की अढ़ैया का प्रभाव होने से वर्ष के पूर्वार्ध में आर्थिक एवं मानसिक चिन्ता बढ़ेगी। पत्नी का स्वास्थ्य बाधा युक्त रहेगा। निर्माण कार्यों में सफलता मिलेगी। शनि का जप दान तथा हनुमान जी की आराधना करनी चाहिये। 3, 6,10 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 4. कर्व$-कर्क राशि वालों के लिए यह वर्ष सामान्य शुभदायक रहेगा। भाइयों को पीड़ा होगी। विरोधी शान्त होंगे। निर्माण कार्यों में बाधा पहुँचेगी। बाल बच्चों की उन्नति होगी। परिवार में माँगलिक कार्य होंगे। व्यापार तथा कृषि से लाभ होगा। प्रवासी जीवन व्यतीत होगा। 3,7,11 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 5. सिंह-सिंह राशि वालों के लिए वर्ष के प्रारम्भ में शनि की साढ़ेसाती का विशेष प्रभाव रहेगा। आर्थिक एवं मानसिक कठिनाई उत्पन्न होगी। चोट-चपेट की या दुर्घटना की संभावना रहेगी। पारिवारिक विवाद बढ़ेगा। व्यापार में स्वल्प लाभ होगा। पत्नी को कष्ट होगा। वाहन से भय उत्पन्न होगा। परिवार में माँगलिक कृत्य होंगे। ऋण का भार बढ़ेगा। मन अशान्त रहेगा। 4, 7, 10 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 6. कन्या-कन्याराशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती का पूर्ण प्रभाव रहेगा।वर्ष पर्यन्त आर्थिक कष्ट, पारिवारिक चिन्ता तथा मित्रों से मतभेद उत्पन्न होगा। पत्नी का स्वास्थ्य बाधा युक्त रहेगा। शनि की आराधना एवं श्रीहनुमानजी का दर्शन करना चाहिये। 2,5,9 मास कष्टदायक होंगे।
- 7. तुला-तुला राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। अकारण दौड़धूप करना पड़ेगा। पारिवारिक कलह तथा विरोधियों का आतंक बढ़ेगा। भाइयों से मतभेद उत्पन्न होगा। बाल-बच्चों की उन्नति होगी। परिवार में माँगलिक कृत्य होंगे। विरोधी पराजित होंगे। किसी निकट संबन्धी को विशेष पीड़ा होगी। 2, 6, 9 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 8. वृश्चिक-वृश्चिक राशि वालों के लिए यह वर्ष का प्रारम्भ अनुकूल रहेगा। परिवार में माँगलिक कार्य होंगे। कार्तिक शुक्ल से शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव होगा। निरर्थक दौड़-धूप तथा मानसिक कष्ट प्राप्त होगा। मात-पिता को धर्मिक कार्योंं का अवसर मिलेगा। बाल-बच्चों को पीड़ा होगी। प्रवासी जीवन व्यतीत होगा। व्यापार में स्वल्प लाभ होगा। माँगलिक कार्यों में धन व्यय होगा। धार्मिक कार्यों में अवरोध उत्पन्न होगा। कृषि तथा व्यापार से सामान्य लाभ होगा। 3, 7, 11 मास कष्टदायक रहेंगे।
- धनु- राशिवालों के लिये यह वर्ष सारीरिक पीड़ा तथा मानसिक चिन्ता उत्पन्न करने वाला रहेगा। भाई-बन्धुओं की उन्नति होगी। वर्ष के प्रारम्भ में माता-पिता को कष्ट होगा। बाल-बच्चों की उन्नति होगी। पत्नी का स्वास्थ्य बाधा युक्त रहेगा। माता-पिता को धार्मिक कार्यों का अवसर प्राप्त होगा। राहु की आराधना करनी चाहिये। 4, 8, 12 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 10. मकर-मकर राशि वालों के लिए यह वर्ष सामान्य शुभदायक रहेगा। माँगलिक कार्यों में धन व्यय होगा। भाइयों को कष्ट होगा। विरोधी पराजित होंगे। निर्माण कार्यों में अवरोध उत्पन्न होगा। नौकरी तथा व्यापार से लाभ होगा। 1,5,9 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 11. वु$म्भ- वु$म्भराशि वालों के लिए वर्ष के प्रारम्भ में शनि की अढ़ैया के प्रभाव के कारण आर्थिक कठिनाई, स्वजनों से विरोध तथा मित्रों से मतभेद उत्पन्न होगा। बाल-बच्चों को पीड़ा होगी। दाम्पत्य जीवन में कटुता आयेगी। वर्ष का उत्तरार्ध लाभदायक रहेगा। 2,6,10 मास कष्टदायक रहेंगे।
- 12. मीन- मीनराशि वालों के लिए यह वर्ष प्रारम्भ में वाहन से भय चोट-चपेट, आॅपरेशन की संभावना रहेगी। माता पिता को शरीरिक पीड़ा होगी। पत्नी का स्वास्थ्य बाधा युक्त रहेगा। निर्माण कार्यों में अवरोध उत्पन्न होगा। सुख-साधनों के लिये कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। 3,7,11 मास कष्टदायक रहेंगे।
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